दिल ही तो है… भागता ही रहता है… :)
सुंदर एवं सार्थक...------दूसरी धरती पर रहने चलेंगे?उन्मुक्त चला जाता है ज्ञान पथिक कोई..
मेरे विचार में पल्लू वक्त का होता तो अच्छा था सोंच अच्छी लगी, बधाई ........
pallu pakad leti to saara waqt hi tham jata na sir, isliye bas apne kaam ka ek pehlu hi pakda.. :)thanku..
जब मैं फुर्सत में होता हूँ , पढ़ता हूँ और तहेदिल से इन भावनाओं का शुक्रगुज़ार होता हूँ ....
तुम्हारा दामन ना सही, लेकिन बहुत कस के पकड़ा है मैंने वो पहलू वक़्त का…waah
बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति....
ATI SUNDAR
सुंदर एवं सार्थक...
ReplyDelete------
दूसरी धरती पर रहने चलेंगे?
उन्मुक्त चला जाता है ज्ञान पथिक कोई..
मेरे विचार में पल्लू वक्त का होता तो अच्छा था सोंच अच्छी लगी, बधाई ........
ReplyDeletepallu pakad leti to saara waqt hi tham jata na sir, isliye bas apne kaam ka ek pehlu hi pakda.. :)
ReplyDeletethanku..
जब मैं फुर्सत में होता हूँ , पढ़ता हूँ और तहेदिल से इन भावनाओं का शुक्रगुज़ार होता हूँ ....
ReplyDeleteतुम्हारा दामन ना सही, लेकिन बहुत कस के पकड़ा है मैंने वो पहलू वक़्त का…waah
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति....
ReplyDeleteATI SUNDAR
ReplyDelete